चेतावनी नोटिस: कपटपूर्ण नौकरी प्रस्ताव/विज्ञापन

आईओएल में एक मजबूत और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया है जहां चयन मानदंड पूरी तरह से योग्यता पर आधारित हैं। भर्ती के संबंध में सभी भर्ती अधिसूचनाएं और सूचनाएं केवल “करियर” सेक्शन के तहत आईओएल की आधिकारिक वेबसाइट www.indiaoptel.in पर पोस्ट की जाती हैं। हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ बेईमान और धोखेबाज व्यक्ति/प्लेसमेंट एजेंसियां/जॉब पोर्टल, खुद को इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड के कर्मचारी होने का झूठा दावा करते हुए, “इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल)” से फर्जी ई-मेल/नियुक्ति के प्रस्ताव भेजकर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को रोजगार की पेशकश के साथ लुभा रहे हैं और गुमराह कर रहे हैं। ये ईमेल, प्राप्तकर्ता को साक्षात्कार/अन्य शुल्कों के लिए सुरक्षा शुल्क के रूप में एक निश्चित राशि जमा करने के लिए कहते हैं। इन ईमेल को गलत तरीके से आईओएल के अधिकारियों द्वारा भेजा गया बताया गया है। हम अधिसूचित करना चाहते हैं कि आईओएल किसी भी शुल्क की मांग या शुल्क नहीं लेता है और न ही उम्मीदवारों से उनकी उम्मीदवारी पर विचार करने के लिए या भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी भी समय कोई धन जमा करने की आवश्यकता है। आईओएल ने उम्मीदवारों की भर्ती के लिए किसी व्यक्ति, एजेंसी या फर्म को अधिकृत नहीं किया है।

हमारे बारे में

इंडिया ऑप्‍टेल लिमिटेड, रक्षा उत्‍पादन विभाग, रक्षा मंत्रालय के अन्‍तर्गत भारत सरकार के पूर्ण स्‍वामित्‍व में एक उद्यम है, जिसे सशस्‍त्र सेनाओं एवं अन्‍य ग्राहकों के साथ-साथ गृह मंत्रालय के अधीन पैरा मिलिट्री फोर्सेज के लिए ऑप्‍टो इलैक्‍ट्रॉनिक्‍स के समाधान के क्षेत्र में विश्‍वसनीयता प्राप्‍त करने के लिए निगमित किया गया है।

इसमें पहले के आयुध निर्माणी बोर्ड की आधुनिकतम तकनीकी से युक्‍त तीन उत्‍पादन इकाईयां शामिल हैं जो अपने-अपने उत्‍पादन क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍ट अनुभव रखती हैं।

  • ऑप्‍टो इलैक्‍ट्रानिक्‍स फैक्‍टरी, देहरादून (ओएलएफ) की स्‍थापना 04 अप्रैल, 1988 को पहले के यूएसएसआर के तकनीकी सहयोग से टी-72 टैंक एवं थल सेना के युद्ध वाहन (आईसीवी) बीएमपी-11 जिसे सारथ के नाम से भी जाना जाता है, के लिए हाई टैंक आप्‍टीकल एवं ऑप्‍टो इलैक्‍ट्रोनिक्‍स उपकरणों के निर्माण के लिए की गई थी। आधुनिकतम तकनीकी से युक्‍त यह एक प्रमुख यंत्र समेकक है, जिसमें मैकेनिकल, ऑप्‍टीकल एवं इलैक्‍ट्रोनिक असेम्‍बली के हर पहलू सम्मिलित हैं। इसका सृजन जटिल ऑप्‍टो इलैक्‍ट्रोनिक डिवाइसेज के क्षेत्र में भारतीय सशस्‍त्र सेनाओं की आवश्‍यकताओं की पूर्ति के लिए बनाया गया था एवं समय के साथ-साथ इसने कई स्‍वदेशीय उत्‍पादों को विकसित किया है तथा भारतीय सशस्‍त्र सेनाओं को समाधान प्रस्‍तुत किए हैं।
  • ओएफडी के नाम से प्रसिद्ध, आयुध निर्माणी देहरादून की स्‍थापना वर्ष 1941 में, मैथेमेटिकल इन्‍स्‍ट्रूमेंट ऑफिस, 15 वुड स्‍ट्रीट, कोलकाता के देहरादून स्‍थानान्‍तरण के निर्णय के परिणामस्‍वरूप हुई थी। इस निर्माणी की स्‍थापना एक विशेषज्ञ निर्माणी के रूप में की गयी थी, जो मिलिट्री ऑप्‍टीकल इन्‍स्‍ट्रूमेंट्स का उत्‍पादन कर सके। औपचारिक रूप से ओएफदून की स्‍थापना 1943 में हुई एवं वर्तमान में यह निर्माणी भारतीय सेना के पैदल सेना निदेशालय एवं गृह मंत्रालय के पैरा मिलिट्री फोर्सेज के लिए गियर्स एवं आप्‍टीकल इन्‍स्‍ट्रूमेंट की प्रमुख उत्‍पादक इकाई है। इस इकाई की एयर फील्‍ड इल्‍यूमिनेशन सोल्‍यूशंस के क्षेत्र में भी महत्‍वपूर्ण भूमिका है, जो आज अनेक एयर फील्‍डों में प्रयोग में लायी जा रही है।
  • आयुध निर्माणी, चण्‍डीगढ़ की स्‍थापना वर्ष 1963 में मैं. सुमिटोमो इलैक्ट्रिक निगमित जापान के सहयोग से भारतीय सेनाओं की संचार आवश्‍यकताओं को पूर्ण करने के उद्देश्‍य से की गयी थी। ओएफसीडी संचार-तारों, एयरफील्‍ड लाइटिंग तारों, उत्‍कृष्‍ट ग्रेड की स्प्रिंग स्‍टील वायर, कवचित वाहनों के लिए तार उपस्‍करणों एवं कवचित वाहनों के लिए ऑप्‍टीकल डिवाइसों के विनिर्माण की मुख्‍य क्षमताएं रखती हैं।

इस नवनिर्मित उद्यम को भारत सरकार के दृष्टिकोण पर ‘आत्‍म निर्भर’ भारत अभियान के अंतर्गत इलैक्‍ट्रो ऑप्‍टीकल समाधानों के विस्‍तार करने की नयी तकनीकें विकसित करने हेतु नयी जिम्‍मेदारी सौंपी गयी है अर्थात ‘इंडिया ऑप्‍टेल लिमिटेड’ भारतीय सैनिकों की दृष्टि बन कर रहेगी।